सर्व प्रथम उनके जनाजे को उनकी पैतृक आवस बड़ा फाटक से निकाल कर मद्दन पर ले जाया गया। जहां पर सैय्यद मिन्हाज़ुद्दीन के बड़े भाई सैय्यद शेराज अजमली (प्रोफेसर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) नें अपनी तक़रीर में बताया कि हर जानदार चीज को मौत का मजा चखना है। इससे कोई भी बच नहीं सकता चाहे वो दुनिया का कितना भी ताकतवर इंसान ही क्यों न हो, मौत से कोई भी बच नहीं सकता है ,न आगे बचेगा। इसका वक्त,जगह और वजह मुकर्रर है।इस लिए हमें अपने आमाल को सुधारने की जरूरत है ।नेकी के रास्ते पर चलने की और गलत रास्ते से बचने की जरूरत है।
इस मौके पर वहां मौजूद लोगों लोगों ने मरहुमा के लिए मगफिरत की दुआ मांगीं।
ततपश्चात लोगों ने सलातो सलाम पढ़ा और उसके बाद सैय्यद शेराज अजमली नें ठीक 8:30 बजे जनाजे का नमाज पढ़ाया तथा बगल के ही कब्रिस्तान में उनको सुपुर्दे खाक किया गया। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन रहा । लोगों ने उनके कब्र पर फातिहा पढ़ा तथा और उनको जन्नत और मगफिरत की दुआ मांगी।
इस अवसर पर उन्हों ने वहां उपस्थित सभी लोगों को बताया कि गुरुवार को सुबह 7 बजे कुरान ख्वानी का प्रोग्राम बड़े फाटक स्थित जमा मस्ज़िद पर रखा गया है। लोगों से ज्यादा से ज्यादा तादाद में पहुंच कर इस कुरान ख्वानी में हिस्सा लेने की अपील किया।