परिजनों ने बताया कि छठ पूजा के तैयारी के दौरान दोनों को करंट लगा था जिसके बाद दोनों को जिला अस्पताल लाया गया जहां उनकी सांस चल रही थी लेकिन यहां पर कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था. सिर्फ फार्मासिस्ट के सहारे इमरजेंसी सेवाएं चल रही थीं. जब तक डॉक्टर आए तब तक दोनों ने दम तोड़ दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने बलिया जिला अस्पताल की इमरजेंसी में जमकर तोड़फोड़ की और कई दरवाजों के शीशे तोड़ डाले.
बलिया के चुनावी गलियारों में इन दिनों हलचलें तेज हैं। अलग अलग पार्टियों से चुनावी…
बलिया की बेटी ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। जिले की…
बलिया में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला सामने आया है…
बलिया में इस वक्त सूरज अपना कहर बरपा रहा है। पारा लगातार ऊपर चढ़ रहा…
बलिया के एक गांव से 15 वर्षीय लड़की के अपहरण का मामला सामने आया है।…
बलिया जिले के छितौनी गांव में नगर पालिका के चेयरमैन विनय जायसवाल सहित 13 लोगों…