लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर बारिश होने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है. भारी बारिश के चलते गंगा, घाघरा और शारदा समेत अनेक नदियां उफान पर हैं. इसके अलावा बारिश के चलते हुए हादसे में बीते तीन दिनों में करीब 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
उत्तर प्रदेश के आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरी तरह सक्रिय है. इसके चलते बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्षा हुई. इसके अलावा कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हुई है. इस दौरान खैरागढ़ (आगरा) में सबसे ज्यादा 10 सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गयी. इसके अलावा फतेहपुर (बाराबंकी) और अकबरपुर (अम्बेडकर नगर) में नौ-नौ, रॉबर्ट्सगंज (सोनभद्र) और राजघाट (वाराणसी) में आठ-आठ सेमी, बिजनौर में सात सेमी, सफीपुर (उन्नाव), चुर्क (सोनभद्र), सलेमपुर (देवरिया) और मवाना (मेरठ) में छह-छह सेमी और हैदरगढ़ (बाराबंकी) और मुजफ्फरनगर में पांच-पांच सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.
गंगा, घाघरा, शारदा और रामगंगा नदियां उफान पर
बारिश के कारण प्रदेश के ज्यादातर मण्डलों में अधिकतम तापमान में भी खासी गिरावट आयी है. पिछले 24 घंटों के दौरान आगरा, झांसी, मेरठ, कानपुर, लखनऊ और मुरादाबाद मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया. अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश के पूर्वी भागों में ज्यादातर स्थानों पर और पश्चिमी हिस्सों में अनेक जगहों पर बारिश होने का अनुमान है. इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से प्रदेश में गंगा, घाघरा, शारदा और रामगंगा समेत अनेक नदियां उफान पर हैं. इसकी वजह से राज्य के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
कानपुर में गंगा व मुरादाबाद में रामगंगा खतरे के निशान के करीब
गंगा नदी नरौरा, अंकिनघाट और फर्रुखाबाद में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. वहीं, कानपुर, गुमटिया, बलिया तथा डलमऊ में इसका जलस्तर लाल निशान के नजदीक बना हुआ है. रामगंगा नदी डाबरी में खतरे के चिह्न को पार गयी है, जबकि मुरादाबाद में यह इस निशान के करीब पहुंच चुकी है. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज, तुर्तीपार और अयोध्या में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां में लाल चिह्न के पार बना हुआ है. वहीं शारदानगर में यह इस निशान के करीब पहुंच चुका है. क्वानो नदी चंद्रदीपघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है
बीते 24 घंटों में दस लोगों की मौत
प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने सोमवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान वज्रपात तथा बारिश के कारण मकान या दीवार गिरने इत्यादि हादसों में कुल 10 लोगों की मौत हो गयी. इनमें झांसी में चार, इटावा में दो तथा फिरोजाबाद, रायबरेली, औरैया और शामली में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. इन हादसों के कारण 116 घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
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