रसड़ा (बलिया) : विकास खंड चिलकहर के इंदरपुर गांव को सैनिक कल्याण विभाग द्वारा शहीद गांव का दर्जा दिया गया है। इस खबर से गाँव वाले बहुत खुश हैं।
बता दें की जब चीन से 1962 में लड़ाई हुई थी तो इंदरपुर गांव निवासी रामजी ¨सह देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दिए थे। उस समय उनका शव भी गांव पर नहीं लाया जा सका था। पत्नी लहसिया देवी भी पति के वियोग में चल बसीं।
गांव वालों को टीस सालती रही कि शहीद राम जी की शादी जल्दी हुई थी सो कोई संतान भी नहीं पैदा हुई थी। अब 56 वर्ष बाद जब यह सूचना उनके गांव पहुंची तो उनके भतीजे राजेन्द्र ¨सह व रवीन्द्र ¨सह के यहां एक बार फिर लोगों के पहुंचने का दौर जारी हुआ।
ग्रामीणों को विश्वास है कि इंदरपुर गांव को शहीद का दर्जा प्राप्त हो जाने से सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम गरीब तक अवश्य मिलेगा तथा इस गांव की सूरत-ए-हाल अवश्य ही बदल जाएगी। रविवार को दर्जनों की संख्या में पहुंचे लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।
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