Connect with us

बलिया

बलिया – रिकॉर्ड तोड़ने के करीब घाघरा, खतरे के निशान के ऊपर से बह रहा पानी, प्रशासन अलर्ट

Published

on

बलिया। पूर्वांचल में घाघरा नदी एक बार फिर उफान पर है। बलिया में घाघरा ने खतरे के निशान को पार कर लिया है जलस्तर लगातार बढ़ने से परेशानी भी बढ़ रही है। साथ ही गंगा के जलस्तर में भी पिछले 4 दिनों से बढ़ाव जारी है। प्रमुख दोनों नदियों के बढ़ाव पर होने के बाद विशेषकर घाघरा वाले क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ की संभावना ज्यादा हो गई है।

एक सेमी प्रति घंटे से बढ़ रहा जलस्तर- घाघरा का पानी मंगलवार को पेटे से निकलकर निचले इलाकों में फ़ैलने लगा है। बलिया के तुर्तीपार गेज पर मंगलवार सुबह 8 बजे घाघरा का जलस्तर 64.650 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी खतरे के निशान 64.010 मीटर से 64 सेमी ऊपर बह रही है। घाघरा यहां अपने उच्चत्तम जल स्तर 66.00 मीटर से मात्र 1.35 मीटर ही दूर है, जबकि जलस्तर में एक सेमी प्रति घंटे से भी अधिक का बढ़ाव बना हुआ है।

वहीं एडीएम वित्त/राजस्व आजाद भगत सिंह ने बताया कि चक्की सहित जिन दो गांव में नदी का पानी घुसा है। वहां पर चार नाव चलाई जा रही। साथ ही बाढ़ चौकियों को सर्तक कर दिया गया है। प्रशासन प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखते हुए सर्तक है। जिन लोगों को परेशानी हो रही है। उन्हें राहत शिविरों में जाने को कहा गया है।

Advertisement  
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बलिया

बलिया में जल्द लगेंगे वीर सपूत महाराणा प्रताप की प्रतिमा, शासन ने दी मंजूरी – मंत्री दयाशंकर सिंह

Published

on

बलिया। परिवहन मंत्री और नगर विधायक दयाशंकर सिंह की कोशिश से जल्द ही वीर सपूत महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी। शासन से प्रतिमा लगाने की मंजूरी मिल गई है। जगह चिह्नित करने का काम हो रहा है। फिलहाल स्टेडियम तिराहे पर ही सहमति बनी है। आगे की कार्रवाई के लिए प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि प्रतिमा पूरी तरह से धातु की होगी। अनावरण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या फिर डिप्टी सीएम आदि किसी बड़े मानिंद व्यक्ति को आमंत्रित किया जाएगा। काफी दिनों से जिले के लोग नगर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे थे। ऐसे में इसका कार्यक्रम काफी भव्य तरीके से किया जाएगा।

साथ ही कहा कि राजस्थान के उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश में जन्मे महाराणा प्रताप का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। ऐसे में उनके गरिमा के अनुरूप ही उनकी प्रतिमा लगेगी। महाराणा प्रताप का नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिए अमर है। उन्होंने कभी भी मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक लगातार संघर्ष करते रहे।

Continue Reading

बलिया

बलिया में संदिग्ध परिस्थितियों में लटकता मिला चिकित्सक का शव

Published

on

बलिया के नरही थाना क्षेत्र के अंतर्गत सोहांव गांव में एक चिकित्सक का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

चिकित्सक के शव के पास से पुलिस ने सुसाइट नोट बरामद किया। परिजनों की तहरीर पर सही थाने में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी हुई है।

Continue Reading

बलिया

बलिया में 4.20 करोड़ की लागत से बनेंगे 14 नए आयुर्वेदिक अस्पताल

Published

on

बलियाः अब सरकार की ओर से आयुर्वेद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में 14 नए अस्पतालों का निर्माण किया जाएगा। इन अस्पतालों के लिए जमीन मिल गई है। इन 14 अस्पतालों को बनाने में करीब 4 करोड़ 20 लाख रुपये खर्च होंगे। इस तरह एक स्पताल को बनाने में 30 लाख रुपये की लागत आएगी।

अभी जिले में चार बेड़ के 6 नए राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के भवन बनकर तैयारी है। जल्द ही इनके हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जिन जगहों पर राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल बने हैं, उनमें गड़वार, सिंहाचवर, पशुहारी, माल्दह व सुल्तानपुर और हल्दीपुर शामिल हैं। वहीं जिले में चार यूनानी अस्पताल संचालित हैं जबकि एक नए अस्पताल के लिए जमीन मिल गई है। अब निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।

जिले के मुरलीछपरा, अहिरौली, खंदवा, छिब्बी, चंद्रवार, सिकरिया, फरसाटार, मलहपहरसेनपुर, पकवाइनार, हरिपुर सिकंदरपुर, कैरवली, शंकरपुर, पूर व कुरेम में अस्पताल के बनने का रास्ता साफ हो गया है।

अभी जिले में कुल 64 छोटे-बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल है। नगर व बांसडीह में 15 बेड, रसड़ा में 25 बेड के अलावा चार बेड के 61 अस्पताल हैं। चितबड़ागांव में 50 बेड के अस्पताल का काम अंतिम चरण में चल रहा है।

यूनानी अधिकारी और प्रभारी क्षेत्रीय आयुर्वेद डॉक्टर संजय सिंह ने बताया कि आयुर्वेदिक अस्पताल के नए भवनों का हैंडओवर एक सप्ताह के भीतर हो जाएगा। इसके बाद चिकित्सकीय उपकरण आदि इंतजाम किए जाएंगे। वहीं नए अस्पतालों के लिए जमीन व बजट मिलने से निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।

Continue Reading

TRENDING STORIES

error: Content is protected !!