बलिया
बलिया – संपति हड़पने के लिए जिंदा को बताया मृत, महिला ने DM से लगाई गुहार

बलिया में पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए जिंदा महिला को मृत बताने का मामला सामने आया है। बेल्थरा रोड क्षेत्र के बभनियांव गांव निवासी एक महिला सावित्री उर्फ सुमित्रा ने जिलाधिकारी को पत्र देकर आरोप लगाया है।कि संपत्ति हड़पने के लिए उसके चाचा और उनके बेटों ने उसे कागजों में मृत बता दिया। और फिर वसीयतनामा करा लिया।महिला ने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
महिला का कहना है कि मेरे पिता की मौत हो चुकी है, मैं उनकी एकमात्र पुत्री हूं। मेरी माता लक्ष्मी देवी की भी मृत्यु हो चुकी है। मेरे पिता मानसिक तौर पर कमजोर थे। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी ग्राम और पोस्ट मोहम्मदाबाद गोहना जिला मऊ के रामसूरत से हुई थी। मैं अपने बच्चों के साथ मोहम्मदाबाद गोहना जिला मऊ में रहती हूं।मेरे पिता के मानसिक होने का फायदा उठाकर मेरे चाचा और उनके बेटों ने अचल सम्पत्ति पर कब्जा करने का कोशिश की। और संपत्ति हड़पने का लिए उसे अभिलेखों में मृतक दिखाकर उसका वसीयतनामा करा लिया।
पीड़ित महिला ने तथ्यों की जांच कराकर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। हालांकि मामले में महिला को जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है। अब देखना है कि मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है।


बलिया
बलिया – पावर ट्रांसफार्मर हुआ खराब, ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 8-10 घंटे मिलेगी बिजली

बलिया के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कई कई घंटो बिजली कटौती की जा रही है। अब इस परेशानी को 25 दिन और झेलना पड़ेगा। बिजली विभाग ने सूचित किया है कि ट्रांसमिशन सबस्टेशन का 63 एमवीए पावर ट्रांसफार्मर खराब हो गया है। जिसके काराण रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति की जा रही है। इससे शहरी क्षेत्र में 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 8-10 घंटे की बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली विभाग के मुताबिक इस क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर को बदलने में लगभग 25 दिन का समय लगेगा। यानि कि अब से लगभग 1 महीने शहरवासियों व ग्रामीणों को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा।
132/33 KV transmission sub station के 63 MVA power transformer के क्षतिग्रस्त होने के कारण रोस्टिंग के कारण शहरी क्षेत्र में 20 घंटे, और ग्रामीण क्षेत्र में 8-10 घंटे ही हो पा रही हैं। जिसको बदलने में लगभग 25 दिन का समय लगेगा। असुविधा के लिए अत्यंत खेद हैं। @dmballia @MD_PuVVNL pic.twitter.com/oRyXIGtuKS
— SE Ballia (@puvvnlballia) August 7, 2022
शहरी क्षेत्र में केवल 4-5 घंटे की कटौती हो रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हाल बेहाल है। यहां 15 से 16 घंटे तक बिजली आपूर्ति बंद रहती है। जिससे ग्रामीणों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है। इस अव्यवस्था को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी है।
featured
बलिया में सरकारी एंबुलेंस सेवा खस्ताहाल, जिलेभर के मरीज परेशान

बलिया की एंबुलेंस सेवा खस्ताहाल है। मरीज की स्थिति चाहे सामान्य हो या गंभीर, एंबुलेंस न तो समय पर पहुंचती है और न ही समय पर अस्पताल पहुंचाती हैं। हालत गंभीर होने पर मरीजों को निजी साधन से अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। ऐसे में जिलेभर में मरीज परेशान हैं।
बता दें कि जिले में मरीजों की सुविधा के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा संचालित की जा रही है। इसके लिए 76 एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं। इनमें 38 एंबुलेंस 102 नंबर और 38 एंबुलेंस 108 नंबर की है। इन एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 11 मिनट तय किया गया है। यानि कि जब मरीज फोन करे तो 11 मिनट में ही एंबुलेंस पहुंचना चाहिए। लेकिन इन नियमों का पालन नहीं हो रहा। 11 मिनट की बजाए एंबुलेंस आधे से एक घंटे से देर से पहुंच रही है। चालक दूर होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
हालत बिगड़ने पर मरीज को निजी साधन से अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। कई बार समय से न पहुंचने के कारण एंबुलेंस में ही प्रसव हो जाते हैं। कई एंबुलेंस तो मरम्मत व रखरखाव के अभाव में खस्ताहाल हो गई हैं। जिला अस्पताल में कुछ एंबुलेंस को इधर-उधर खड़ा कर छोड़ दिया गया है। धूप, बारिश में वे खुले में सड़ रही हैं। सीएमओ आवास पर कई एंबुलेंस कबाड़ हो चुकी हैं। उनके अधिकांश पार्ट्स गायब हैं या खराब हो चुके हैं।
एम्बुलेंस प्रभारी प्रभाकर यादव ने बताया कि जिला अस्पताल से करीब 12 से 14 मरीज वाराणसी के लिए रेफर होते हैं। वहां 108 एंबुलेंस जाकर 12 घंटे तक फंस जाती है। मरीजों के लिए पास के हनुमानगंज में पांच एंबुलेंस रहती है जिन्हें तत्काल भेज दिया जाता है। वहीं सीएमओ डॉक्टर जयंत कुमार का कहना है कि कई बार हमने देरी से पहुंचने की बात को बैठकों में कहा है। रिस्पांस टाइम का पालन हो, इसके लिए सेवा प्रदाता को पत्र भेजा गया है। हर हाल में समय का पालन होना चाहिए।
featured
बलियाः जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट का कारनामा, मरीज को खड़ा कर ही लगा दिया इंजेक्शन

बलिया जिला अस्पताल की बदतर व्यवस्थाओं के किस्से आपने सुने होंगे। अब अस्पताल की व्यवस्थाओं की पोल खोलती एक तस्वीर सामने आई है। जहां फार्मासिस्ट अशोक सिंह ने मरीज को लेटाकर इंजेक्शन लगाने के बजाय खड़ा कराकर ही इंजेक्शन लगा दिया। फार्मासिस्ट की इस लापरवाही से बुजुर्ग मरीज दर्द से कराहता रहा।
बुजुर्ग को खड़े कर इंजेक्शन लगाने की तस्वीर वायरल हुई है। जिसके बाद तमाम सवाल उठ रहे हैं। जब फार्मासिस्ट से पूछा कि आपने इस तरीके से सुई क्यों लगाई, जिस पर अपनी गलती मानने के बजाए वह पत्रकारों को धमकाया। बता दें कि जिला अस्पताल में अक्सर स्टाफ मरीजों की सही से देखभाल नहीं करते और आए दिन इलाज में लापरवाही करते हैं।
इसी बीच रविवार दोपहर चार बजे फार्मासिस्ट अशोक सिंह वार्ड में गए और मरीज को खड़े-खड़े ही इंजेक्शन लगा दिया। वहां मौजूद पत्रकार ने इस लापरवाही को अपने कैमरे में कैद कर लिया। बस फिर क्या, फार्मासिस्ट अशोक सिंह पत्रकारों पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि मेरी मर्जी में कैसे भी इंजेक्शन लगाऊं, आप पत्रकार लोग वीडियो कैसे बनाएं, हम आपकी जिला अस्पताल में इंट्री बंद करवा देंगे। उधर इस संबंध में जब सीएमएस डॉक्टर दिवाकर सिंह से बात की गई तो उन्होंने छुट्टी का हवाला देकर प्रभारी सीएमएस डॉक्टर वीके सिंह के पाले में गेंद डाल दी। वहीं जब पत्रकारों ने डॉक्टर वीके सिंह से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
-
बलिया3 weeks ago
बलियाः दरोगा का सिपाही बेटा बना असिस्टेंट प्रोफेसर, मेहनत के दम पर हासिल की सफलता
-
featured3 weeks ago
बलिया की स्नेहलता बनी असिस्टेंट प्रोफेसर
-
बलिया2 weeks ago
आरा से बलिया के बीच चलेगी ट्रेन, बीच में होंगे छह स्टेशन और दो हाल्ट
-
featured7 days ago
बलिया के एक विधायक समेत 4 भाजपा नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
-
बलिया2 weeks ago
बलिया में प्राइवेट चिकित्सा व निर्सिंग होम पर छापेमार कार्यवाई, कई अस्पताल सील
-
featured3 days ago
बेलथरा रोड में ईडी की एंट्री से हड़कंप, इस शख्स के घर चस्पा किया नोटिस, जानिए पूरा मामला
-
बलिया3 weeks ago
बलिया-10 साल पुराने मामले में पूर्व सांसद भरत सिंह पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
-
featured6 days ago
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का मैप जारी, 15 से 20 महीने के अंदर पूरा होगा काम