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बलिया- मंत्री के सामने महिलाओं की जमकर पिटाई, महिलाओं का आरोप मंत्री आनंद शुक्ल ने भी छोड़ा हाथ !

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बलिया डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के आवास पर सोमवार की दोपहर उस समय हंगामा मच गया। जब आरटीई के तहत पिछले तीन साल से बकाए धनराशि की मांग को लेकर महिलाएं मंत्री के आवास पर पहुंची। चर्चा है कि किसी बात को लेकर मंत्री और महिलाओं के बीच बहस छिड़ गई। इस बीच एक न्यूज पोर्टल के पत्रकार वीडियो बनाने लगे, जिससे मंत्री के समर्थक गुस्सा गए और पत्रकार की जमकर पिटाई कर दी, यह देख महिलाएं गर्म हो गई और हो हंगामा करना शुरू कर दिए। आरोप है कि मंत्री के समर्थक महिलाओं को भी नहीं बख्शे और जमकर मारपीट कर दी। इस बीच भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गई।

आरोप है कि कोतवाल बालमुकुंद मिश्र ने रायफल के बट से एक महिला के सिर पर वार कर दिया, जिससे तीजी देवी निवासी बनकट्टा बेहोश हो गई। इस दौरान महिलाओं का आरोप था कि मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने भी महिलाओं पर हाथ छोड़ा है। कुछ भी हो घटना को लेकर एक तरफ जहां चर्चाओं का बाजार गर्म है, वहीं महिला सशक्तिकरण पर सरकार द्वारा कराए जा रहे कार्यक्रम महज दिखावा साबित हो रहा है।

महिलाओं का आरोप सुनिये।

 

बेहोश महिला को अस्पताल की जगह ले गई कोतवाली
मंत्री के आवास पर हुए हंगामे के बीच आरोप है कि नगर कोतवाल बालमुकुंद मिश्र ने रायफल के बट से एक महिला के सिर पर वार कर दिया। इससे वह महिला बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। महिला सशक्तिकरण पर लंबे-लंबे भाषण देने वाले किसी ने भी महिला को अस्पताल ले जाने तक की जहमत नहीं उठायी। वहीं, पुलिस भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी को फूलाते हुए महिला को अस्पताल ले जाने की बजाय कोतवाली ले गई। महिला को फिलहाल महिला थाने में बैठाया गया है। महिला का कहना है कि मंत्री के आवास पर उनके समर्थकों के साथ कोतवाल ने उन पर लाठी-डंडों से वार किया। इससे वह बेहोश हो गई।

कोतवाली में उमड़ा महिलाओं का हुजूम
इस घटना के बाद चूंकि कोतवाली पुलिस मौके पर से बेहोश महिला के साथ दो अन्य महिलाओं को कोतवाली ले गई। लिहाजा, शेष महिलाएं भी कोतवाली पहुंच गई। महिलाओं का कहना था कि जब तक हिरासत में ली गई महिलाओं को छोड़ा नहीं जाता, तब तक हम टस से मस नहीं होंगी। घटना पर बलिया एसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है। मै इसे दिखवा रहा हूं। अगर कोतवाल ने महिलाओं के साथ इस तरह का कृत्य किया है तो जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं मंत्री जी का इस पुरे मामले पर कहना है कि महिलाओं द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है, महिलाओं की जो भी समस्या थी उसको बीएसए से कहकर हल करा दिया गया है।

रिपोर्ट : तिलक कुमार 

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सलेमपुर से टिकट मिलने के बाद बलिया पहुंचे रमाशंकर राजभर, किया जीत का दावा

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लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही बलिया के राजनैतिक गलियारों में हलचलें तेज हो गई हैं। अलग अलग सीटों से लोकसभा प्रत्याशी जनता के बीच पहुंच रहे हैं और अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं।

इसी कड़ी में सलेमपुर लोकसभा से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार घोषित होने के बाद पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर पहली बार सलेमपुर के सिकंदरपुर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।

इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी रमाशंकर राजभर ने इस दौरान मीडिया से चर्चा की और कहा कि समाजवादी पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर समाज के ऊपर बहुत बड़ा भरोसा जताया है। इस दौरान उन्होंने लोगों से उनके पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होंने जनता पर भरोसा जताते हुए कहा कि राजभर समाज सलेमपुर के साथ-साथ पूर्वांचल की सभी सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताकर अखिलेश यादव का सम्मान बढ़ाएगा।

इस दौरान डॉ. मदन राय, रामजी यादव, भीष्म यादव, रामबचन यादव, चंद्रमा यादव, सरतेज यादव, शेयबुल इस्लाम, खड़खड़ राजभर, आकाश राजभर, नितिन मिश्रा, मीरा देवी, मंजू देवी, विधावती देवी, श्रीराम चौधरी, अमरनाथ राम, मदन यादव, शिवनारायण यादव, बुड्ढा यादव, तारिक अजीज गोलू, सियाराम शर्मा आदि मौजूद रहे।

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बलिया में बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों पर होगी कार्रवाई, लगेगा 1 लाख तक जुर्माना

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बलिया शिक्षा विभाग ने बगैर मान्यता प्राप्त संचालित हो रहे शिक्षा संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों की जांच शुरू की है और अनियमितता मिलने पर स्कूलों पर 1 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

बता दें कि बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई का निर्देश दिया है। बीएसए ने सभी BEO को पत्र लिखकर बताया है कि 6 से 14 साल के बच्चों की शिक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा परिषदीय प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल चलाये जा रहे हैं। इसके अलावा सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल, मान्यता प्राप्त प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं।

निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम में स्पष्ट है कि बिना मान्यता के कोई स्कूल संचालित नहीं किया जा सकता। ऐसे में क्षेत्र में बगैर मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी। मान्यता की शर्तों के उल्लंघन पर मान्यता वापस ले ली जाएगी।

बीएसए ने चेतावनी दी है कि बगैर मान्यता के चल रहे स्कूलों पर एक लाख तक जुर्माना लगाया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति बिना मान्यता के स्कूल संचालित करता है तो उसके विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई का भी प्राविधान है। सभी बीईओ को बीएसए ने संबंधित प्राविधानों के अनुसार बगैर मान्यता के या मान्यता के विपरित चल रहे स्कूलों पर र्कारवाई करके तत्काल सूचना उपलब्ध कराने को कहा है।

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बलिया के तहसीलदार कोर्ट से एक साथ गायब हुईं 85 फाइलें, अधिकारियों में मचा हड़कंप

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बैरिया के स्थानीय तहसीलदार कोर्ट से फाइलें गायब होने का मामला सामने आया है। यहां तहसीलदार कोर्ट से 1-2 नहीं बल्कि 85 फाइलें गायब हो गई हैं। इस मामले में तहसीलदार के पेशकार ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस अब मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। जानकारी के मुताबिक, तहसील के तहसीलदार न्यायालय से जमीन आदि से जुड़े मुकदमों की करीब 85 फाइलें गायब हो गयी हैं। इसकी जानकारी होते ही महकमे में खलबली मच गयी। खोजबीन शुरू हुई लेकिन गायब फाइलों का सुराग नहीं लग सका।

इसके बाद ओमप्रकाश पटेल ने पुलिस को तहरीर दी। जो फाइलें कोर्ट से गायब हुई हैं, वह विभिन्न मुकदमों से जुड़ी हुई है। ऐसे में अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों और कर्मचारियों को इसकी जानकारी तब हुई, जब कोर्ट में फाइलों से जुड़े लोग तथा उनके अधिवक्ता सुनवाई के लिए पहुंचे। उनका कहना है कि इसमें तहसील के ही किसी कर्मचारी की भूमिका हो सकती है। सूत्रों की मानें तो एसडीएम अथवा तहसीलदार कोर्ट में स्थाई कर्मचारियों के अलावा फाइलों के रख-रखाव की जिम्मेदारी प्राइवेट लोग भी करते हैं। यह वादकारियों आदि से फाइल दिखाने के बदले अवैध रूप से पैसा भी वसूलते हैं। आशंका जतायी जा रही है कि इस घटना में न्यायालय में रहने वाले किसी प्राइवेट व्यक्ति का भी हाथ हो सकता है।

इस मामले में तहसीलदार सुर्दशन कुमार का कहना है कि कोर्ट की फाइलें गायब हुई हैं। खोजबीन हो रही है। मामले से पुलिस को भी अवगत कराया गया है। एसओ धर्मवीर सिंह का कहना है कि पेशकार से मिली तहरीर के बारे में अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

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