नई दिल्ली: हाल ही में हुए बिहार और उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद ये तीनो लोकसभा सीटों को जोड़ दें तो भाजपा ने लगातार लगभग सात उपचुनाव हारे हैं। ऐसे में अब राजनितिक हालत ये हो चली है कि अगर चाणक्य अमित शाह एंड पार्टी अगले दो उपचुनाव और हार जाती है तो भाजपा ठीक बहुमत पर आ जाएगी।
हालांकि इससे सरकार की स्थिति पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ेगा। लेकिन इससे विपक्ष को भाजपा की औकात दिखाने का मौका जरुर मिल जाएगा।
बता दें कि ये दोनों ही वो सीटें है जहां भाजपा के सांसद थे। लेकिन जो सीटें किसी और पार्टी के सांसद के निधन से खाली हुई थीं वहां भी पार्टी को जीत नसीब नहीं हुई और करारी हार का सामना कराना पड़ा है।
ऐसी गंभीर स्थिति में अगर भाजपा इन दोनों ही जगहों पर भी चुनाव हार जाती है तो भाजपा सरकार की सिर्फ 274 सीटें ही रह जाएंगी, और अगर इसमें से भी एक स्पीकर की सीट को हटा दें, तो ये आंकड़ा 273 हो जाता है। जो तकनीकी रूप से अगर ध्यान से देखें तो बहुमत से महज एक सीट ही ज्यादा है।
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