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बलिया

जेएनसीयू के नवनियुक्त कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने ग्रहण किया कार्यभार

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बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने 15 मई को कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर निवर्तमान कुलपति प्रो. कल्पलता पाण्डेय की विदाई के लिए जेएनसीयू और संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक संगठन (जनकुआक्टा) के द्वारा एक समारोह का आयोजन किया गया।

विदाई के इस अवसर पर प्रो. कल्पलता पाण्डेय ने अपने कार्यकाल की स्मृतियों को साझा किया। कहा कि इस विश्वविद्यालय को मैंने एक तीन बरस के बच्चे के रूप में अपनाया था और अब इसे छः बरस के बच्चे के रूप में छोड़ कर जा रही हूँ। मैंने इस विश्वविद्यालय को अपने एक परिवार के रूप में देखा है, इसलिए इससे बिछुड़ना असहज कर रहा है। लेकिन या संतोष है कि यह विश्वविद्यालय अब अपने पैरों पर खड़ा होने लायक हो गया है।

इस अवसर पर नवागत कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि मैं एक शिक्षक हूँ और आप सबके साथ मिलकर जेएनसीयू के विकास के लिए कार्य करूँगा। इस विश्वविद्यालय के ध्येय वाक्य में सम्मिलित है कि साथ चलें, साथ बोलें और हमारा मन एक हो। हमें इस तीसरे बिंदु पर ध्यान देने की जरूरत है। मेरे दरवाजे हर समय आपके लिए खुले रहेंगे।

इस अवसर पर डाॅ. नीरज कुमार सिंह, सहायक आचार्य, अंगरेजी विभाग के काव्य संग्रह ‘ कल्पतरु’ का भी लोकार्पण प्रो. कल्पलता पाण्डेय के द्वारा किया गया। इस अवसर पर संचालन कर रहे महामंत्री डाॅ. अवनीशचंद्र पाण्डेय ने शिक्षक हितों के संरक्षण की बात की। अध्यक्ष प्रो. अखिलेश राय ने शिक्षक संघ और समस्त शिक्षकों की ओर से नवागत कुलपति का स्वागत किया।

कुलसचिव एस. एल. पाल ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर डाॅ. पुष्पा मिश्रा, डाॅ. अजय चौबे, डाॅ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, प्रो. जैनेंद्र पाण्डेय, प्रो. साहेब दूबे, प्रो. आर एन मिश्र, प्रो. बैकुंठनाथ, प्रो. अंजनी सिंह, प्रो. नीरजा सिंह आदि प्राचार्य, प्राध्यापक, शिक्षक संघ के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

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बलिया में बेकाबू कार पलटी, पूर्व विधायक समेत 5 लोग घायल

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बलिया

बलिया स्वास्थ्य विभाग की रैंकिंग में जबरदस्त सुधार, 74 से 28 रैंक आने पर DM ने की सराहना

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बलिया में स्वास्थ विभाग की रैंक में सुधार होने पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने खुशी जाहिर की। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की सराहना की। स्वास्थ्य विभाग ने मार्च ने 65 और अप्रैल में 28 रैंक हासिल की। जबकि फरवरी में 74 रैंक होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की थी।

दरअसल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर 14 मापदंडों के आधार पर राज्य स्तर पर हेल्थ डैश बोर्ड तैयार किया जाता है जिसके आधार पर जनपद की रैंक बनती है। जनपद बलिया की रैंक फरवरी में 74 थी। जिसके बाद मार्च में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने नराजनी जताई।

उन्होंने निर्देशित किया गया था कि स्वास्थ्य विभाग पिछड़े हुए मापदंड पर विशेष ध्यान दें। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी अधीक्षक,प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की साप्ताहिक समीक्षा और जिला कार्यक्रम प्रबंधक की समीक्षा करने के निर्देश दिए। जिसके तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी साप्ताहिक समीक्षा बैठक की कर रहे हैं।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने डेटा की गुणवत्ता पूर्ण फीडिंग पोर्टल पर कराई। परिणाम स्वरूप मार्च में जनपद की रैंक 65 और अप्रैल में 28 रैंक प्राप्त हुई।इस में स्वास्थ्य विभाग की ब्लॉक और जनपद की टीम ने अच्छा काम किया। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की टीम की सराहना की और बधाई दी। साथ ही निरंतर बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया है।

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बलिया

बलिया में 70 प्रतिशत छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए अयोग्य घोषित करने का विरोध, कल छात्र देंगे धरना

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बलिया में 2 जून को छात्रनेता छात्रवृत्ति को लेकर सत्याग्रह कलेक्ट्रेट परिसर में पुराना धरना स्थल पर एकदिवसीय धरना करने वाले हैं। सत्याग्रह के नेतृत्वकर्ता और छात्रनेता प्रवीण कुमार सिंह ने छात्रवृत्ति के संदर्भ में तथ्यात्मक आंकड़े पेश करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 2022- 23 में 83,62,085 छात्रों ने छात्रवृत्ति के लिए अवेदन किया। लेकिन सिर्फ 21.66 लाख छात्रों के ही खाते में ही राशि जारी की गई। जबकि 9,23,669 छात्रों को दस्तावेजी तौर पर अयोग्य घोषित किया गया। इससे करीब 70% छात्र इस साल भी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाएंगे। सरकार ने दूसरी किश्त मई महीने में देने को कहा था जो की बीत गया है।



उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है इस छलावे का पुरजोर विरोध करे। छात्रों को अपने हक की लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़नी होगी और अपनी आवाज बुलंद करना होगा। छात्रवृत्ति केवल एक राशि नहीं होती, बल्कि छात्रों के आगामी पढाई की एक उम्मीद होती है। ऐसे में सरकार द्वारा छात्रवृत्ति न देना समझ से परे है। अधिकारी लगातार राशि के अभाव की बात कर रहे हैं।

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