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निकाय चुनाव में OBC आरक्षण का पेंच, आज आजमगढ़ मंडल आयेगी आयोग की टीम

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बलिया। निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर गठित टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। जिसके लिए अलग- अलग जिलों में जा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित पिछड़ा वर्ग के सदस्यों का आगमन आजमगढ़ में भी होने वाला है। 23 फरवरी को सदस्यों का आजमगढ़ आना प्रस्तावित हुआ है।

जिसकी जानकारी जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने दी उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित पिछड़ा वर्ग के सदस्य महेंद्र कुमार और संतोष कुमार विश्वकर्मा का आगमन आजमगढ़ में 23 फरवरी को प्रस्तावित है।

ऐसे में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधि के संदर्भ में अनुभाविक जांच और अध्ययन के साथ निकायवार और अनुपातिक आरक्षण के बाबत समकालीन आख्या के लिए यदि किसी व्यक्ति/ संस्था/ पार्टी को अपना पक्ष प्रस्तुत करना है तो वह लिखित/मौखिक आकलन आयोग के समक्ष पेश कर सकते हैं। जिससे वास्तविक निष्कर्ष तक पहुंचा जा सके।

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बलिया के शिवपुर घाट पर गंगा नदी में डूबा किशोर, नहाने के दौरान हुआ हादसा

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बलिया के दोकटी थाना के शिवपुर घाट पर शनिवार सुबह गंगा नदी के गहरे पानी में एक 15 वर्षीय बालक डूब गया। पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर किशोर को ढूंढने का प्रयास शुरू किया है लेकिन अभी तक किशोर नहीं मिल पाया है।

जानकारी के मुताबिक, दोकटी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी 15 वर्षीय रणवीर गुप्ता पुत्र रामनारायण गुप्ता अपने परिवार व रिश्तेदार के साथ शनिवार सुबह करीब आठ बजे गंगा स्नान करने शिवपुर घाट आया था। नदी के अंदर नहाने के लिए रणवीर और रौनक पुत्र राजेश गुप्ता एक साथ गए। नहाते-नहाते तीनों गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।

इस दौरान शोर सुनकर नाविक पहुंचे और अनिकेत और रौनक को बचा लिया, लेकिन रणवीर को नहीं बचाया जा सका और वह डूब गया। सूचना पर चौकी इंचार्ज लालगंज जय प्रकाश सिपाहियों के साथ घाट पर पहुंच गए। पुलिस की मौजूदगी की सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया लेकिन अभी तक डूबे युवक को बाहर नहीं निकाला जा सका है।

 

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बलिया में कूड़े के ढेर में लगी भयानक आग, पुलिस की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

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बलिया के बिल्थरारोड में कूड़े के ढेर में अचानक आग लग गई। इस घटना के बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई। आग की लपटें इतनी तेज़ थी कि इन पर काबू पाना मुश्किल होता जा रहा था। इसी बीच सीयर पुलिस चौकी प्रभारी देवेंद्र कुमार और सिपाहियों ने तेज़ी दिखाई और आग पर काबू पाया।

जानकारी के मुताबिक, नगर के चौधरी चरण सिंह तिराहे के समीप कूड़े का ढेर पड़ा हुआ था। कूड़े में अज्ञात कारणों से आग लग गई। तेज पछुआ हवा के चलते देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। रात को कूड़े की ढेर से आग की लपटें निकलते देख लोग सहम गए और वहां अफरा तफरी मच गई।

शोर सुनकर सीयर पुलिस चौकी प्रभारी देवेंद्र कुमार अपने सिपाहियों को लेकर वहां पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने लोगों की मदद से आग पर काबू करने का प्रयास शुरू कर दिया। आसपास के घरों के लोगों ने भी बाल्टी में पानी लाकर आग बुझाने में पुलिस की भरपूर मदद की। अंततः पुलिस और पब्लिक की मदद से लगभग 45 मिनट के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।

समय रहते आग आग पर काबू पाए जाने से धन-जन का नुकसान होने से बच गया। मुहल्ले वालों ने मदद के लिए सीयर पुलिस चौकी को शुक्रिया कहा। आग लगी के कारणों का पता नहीं चल सका है।

 

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बलिया में बक्से में मिली वृद्धा की लाश के मामले में पुलिस ने आरोपी बेटी को किया गिरफ्तार

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बलिया के नरहीं थाना क्षेत्र के उजियार में तीन महीने पहले बक्से में मिली वृद्धा की लाश के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में हत्यारिन बेटी और साथी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त हैंडपम्प का हैंडल भी बरामद हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, बक्सर जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के बड़की सारिमपुर निवासी 60 वर्षीया खैरुनिशा 12 जनवरी की सुबह उजियार गांव स्थित अपने घर गई थी। उसने यहां मकान बनाकर किराए पर दे रखा था। देर शाम तक वापस नहीं गयी तो बक्सर से परिजन ढूंढते हुए उजियार स्थित घर पर पहुंच गए। बाहर से घर की कुंडी बंद थी। पीछे की दीवार फांदकर परिजन अंदर गए तो फर्श पर खून देख सन्न रह गए थे।

इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। जांच के बाद पुलिस ने सारिमपुर को ही सबा खातून और फैयाज खां की गिरफ्तार किया। सबा मृत महिला के दूसरे पति की बेटी है। पुलिस की पूछताछ में सबा खातून ने बताया कि मां खैरुनिशा पूरी संपति पहले पति के बेटे के नाम कर रही थी। जबकि उक्त सभी संपत्ति मेरे पिता स्व. मुजिबुल ने कमाई थी। घटना के दिन संपत्ति को लेकर विवाद हो गया। उसी दौरान फैयाज खां के साथ मिलकर हैंडपंप के हैंडल से हमला कर दिया। लाश कमरे में रखे बक्से में रख दिया। रात में शव को फेंकने की योजना थी।

बेटी के अनुसार उसकी मां पूरी सम्पत्ति बेटे के नाम से करना चाहती थी। इसके चलते ही बेटी शादी के बाद भी ससुराल की बजाय सारिमपुर स्थित अपने मां के घर के बगल में ही रहती थी। वहीं उसकी फैयाज से जान पहचान हुई और यह प्रगाढ़ हो गया। पुलिस के अनुसार फैयाज के साथ मिलकर ही उसने मां की हत्या को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है।

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