Connect with us

पूर्वांचल

50 बीजेपी सांसदों के कट सकते हैं टिकट, रिपोर्ट कार्ड तैयार, पूर्वांचल पर है नज़र !

Published

on

बीजेपी  के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दो दिवसीय प्रदेश के प्रवास के बाद सोशल व इलेक्ट्रानिक मीडिया में करीब 35 से 50 मौजूदा पार्टी सांसदों के टिकट काटे जाने की चर्चाएं होने लगी हैं।

इसके चलते भाजपा के सभी 68 सांसदों की धड़कनें तेज हो गई हैं। टिकट कटने के अंदेशे में चार साल तक अपने संसदीय क्षेत्र में काम न करने वाले सांसदों ने आरएसएस से लेकर प्रदेश व क्षेत्रीय संगठनों के बड़े पदाधिकारियों के दरवाजों की परिक्रमा करनी शुरू कर दी है।

दरअसल, पिछली चार जुलाई को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष काशी, अवध और गोरखपुर क्षेत्रीय संगठनों के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए मिर्जापुर और वाराणसी आए।

उसके बाद लोकसभा की यही तैयारी करने के लिए पांच जुलाई को आगरा आए और यहां उन्होंने ब्रज, कानपुर और पश्चिम क्षेत्रीय संगठनों के साथ  बैठक की। उनके जाने के बाद ही सोशल मीडिया ही नहीं कुछ यूपी के सियासी हलके में मौजूदा 50 सांसदों को दोबारा प्रत्याशी न बनाए जाने की अटकलें लगने लगीं।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से भाजपा के अपने 71 और सहयोगी दल अपना दल के दो सांसद जीते थे। इनमें गोरखपुर, फूलपुर और कैराना लोकसभा सीट के उपचुनाव भाजपा हार चुकी है। ऐसे में मौजूदा समय में भाजपा के 68 सांसद रह गए हैं।

हालांकि, यह भी सही है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी में अपनी पार्टी के सभी 68 सांसदों के रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिए हैं। इनमें आधे सांसदों के चार साल के कामकाज को निराशाजनक बताया गया है। इन सांसदों के बारे में नेतृत्व के पास यह फीडबैक है कि दोबारा इन्हें प्रत्याशी बनाया तो क्षेत्रीय जनता इन्हें जिताकर संसद नहीं भेजेगी।

ऐसे सांसदों में से कुछ पिछड़े और दलित सांसद भी हैं, जो भाजपा के खिलाफ ही बगावत का बिगुल फूंक चुके हैं। कुछ सांसदों के कदाचरण की शिकायतें पीएम नरेन्द्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास हैं। इनके स्थान पर चुनाव मैदान में उतारने के लिए नए चेहरे तलाशे जा रहे हैं।

Advertisement  
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

featured

मुलायम सिंह यादव बलिया आए, तो जेपी निवास के विजिटर डायरी में क्या लिख गए?

Published

on

मुलायम सिंह यादव बलिया आए, तो जेपी निवास के विजिटर डायरी में क्या लिख गए?

बलिया। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया. 82 साल की उम्र में मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांसें लीं. नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव के निधन पर उनके किस्से-कहानियां याद किए जा रहे हैं. बलिया से नेताजी का खास रिश्ता था.

बलिया के जयप्रकाश नारायण के खास थे. उनके विचारों से प्रभावित थे. 2003 की बात है मुलायम सिंह यादव बलिया के दौरे पर थे. मुलायम लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव पहुंचे थे. जयप्रकाश नगर में ‘नेताजी’ जेपी निवास पर पहुंचे. जेपी के पूरे घर में घूमे. भावुक भी हुए. क्योंकि जेपी के आंदोलन से ही तो जन्मा था सियासत का ये पहलवान. लालू-नीतीश और मुलायम आपातकाल के दौर में जेपी आंदोलन से ही जन्मे नेता थे.

विजिटर डायरी में क्या लिखा ? जेपी निवास पर एक विजिटर डायरी रखी रहती है. 2003 में भी रखी थी. मुलायम को इस डायरी में कुछ लिखना था. दरअसल रवायत होती है कि जेपी निवास पर आने वाला हर व्यक्ति एक संदेश विजिटर डायरी में लिखे. तो मुलायम सिंह ने विजिटर डायरी पर लिखना शुरू किया. जेपी के शिष्य ने विजिटर डायरी में लिखा- “संपूर्ण क्रांति के अधूरे सपने को करना है पूरा.” “संपूर्ण क्रांति के अधूरे सपने को करना है पूरा.” ये साधारण वाक्य नहीं था. ये पूरी की पूरी कहानी थी. या एक मुकम्मल कविता थी. एक स्मृति जिसकी डोर जेपी आंदोलन से जुड़ी थी.

आपातकाल ने बदला जीवन : 1975 में इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी. देश भर में भूचाल आ गया. सियासी उथल-पुथल मच गया. देश भर से विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी होने लगी. जेपी के करीबी नौजवानों में शामिल मुलायम सिंह यादव भी गिरफ्तार हो गए थे. मुलायम जेल गए. 19 महीने बाद जेल से निकले तो मुलायम का जीवन बदल चुका था. उनका कद बढ़ चुका था. जेल जाने के 2 साल बाद ही उसका नमूना भी देखने को मिल गया. 1977 में संयुक्त विपक्ष की सरकार बनी. राम नरेश यादव मुख्यमंत्री बने. तब मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए थे.

Continue Reading

पूर्वांचल

बलिया: सफाई कार्य में लापरवाही बरतने वाले तीन सफाईकर्मचारी निलंबित

Published

on

बलिया। सफाई कार्य में लापरवाही बरतने वाले तीन सफाईकर्मियों को जिला पंचायतराज अधिकारी यतेंद्र सिंह ने सस्पेंड कर दिया है। इस कार्यवाही के बाद सफाईकर्मियों में हड़कंप मचा है। बताया जा रहा है कि निरीक्षण के दौरान तीनों कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे और संबंधित गांवों में गंदगी फैली थी।

निलंबित सफाई कर्मचारियों में गड़वार ब्लाक की ग्राम पंचायत फेफना के सफाईकर्मी धर्मेन्द्र कुमार राम व गणेश यादव तथा हनुमानगंज ब्लाक क़ी ग्राम पंचायत सागर पाली की सफाई कर्मी श्रीमती मान्ती देवी शामिल है।

जानकारी के मुताबिक जिला पंचायतराज अधिकारी ने सोमवार को गड़वार ब्लाक की ग्राम पंचायत फेफना के सफाई तथा विकास कार्य का निरीक्षण किया था। इस दौरान सफाई कर्मी धर्मेन्द्र कुमार राम व गणेश यादव अनुपस्थित मिले थे। वहीं संबंधित जगह पर काफी ज्यादा गंदगी फैली मिली। पंचायत भवन के अंदर बड़ी-बड़ी घास मिली, जूनियर हाई स्कूल फेफना में भी गंदगी का अंबार मिला।

दोनों कर्मचारियों के द्वारा सफाई कार्य न करते हुए गलत तरीके से वेतन ली जा रही थी, साथ ही उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना की गई। इन्हीं लापरवाहियों को देखते हुए दोनों को निलंबित कर दिया गया है। निलम्बन अवधि में धर्मेन्द्र कुमार राम को जीवन निर्वाह भत्ता देय होगी। धर्मेन्द्र कुमार राम तथा गणेश यादव को विकास खण्ड चिलकहर से सम्बद्ध किया गया है।

इसके साथ ही सिंह ने विकास खंड हनुमानगंज की ग्राम पंचायत सागरपाली का भी निरीक्षण किया। जहां पता चला कि सफाईकर्मी मान्ती देवी कई दिनों से अनुपस्थित हैं और गांव में कोई सफाईकार्य नहीं कराए जा रहे। इस दौरान ग्राम सभा में चारो तरफ गंदगी पसरी मिली। जिसके बाद जिला पंचायत अधिकारी ने बिना किसी सूचना के ग्राम पंचायत से अनुपस्थित रहने, बिना कार्य किये फर्जी तरीके से पेरोल प्रेषित कर वेतन प्राप्त करने, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना तथा जॉब चार्ट के अनुसार उपस्थित होकर कार्य न करने के आरोप में अनुशासनिक कार्यवाही करते हुए मान्ती देवी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन अवधि में श्रीमती मान्ती देवी को विकास खण्ड गड़वार से सम्बद्ध किया गया है।

Continue Reading

पूर्वांचल

बलिया- पूर्वांचल के यात्रियों के लिए सुविधा, गर्मियों के लिए चलाईं 2 स्पेशल ट्रेन, देखें रूट और शेड्यूल

Published

on

बलिया। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारतील रेलवे मुंबई के लिए दो ग्रीष्मकालीन स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है। जिनका ठहराव वाराणसी में भी है। गर्मियों में पूर्वांचल के यात्रियों की होने वाली अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए और मांग के मद्देनजर बलिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष ट्रेन 3 अप्रैल से जबकि गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष ट्रेन 4 अप्रैल से शुरू हो गई है।

ट्रेन संख्या 01026 बलिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्पेशल ट्रेन 3 अप्रैल से एक जुलाई तक हर बुधवार, शुक्रवार और रविवार को बलिया से चलेगी। और ट्रेन संख्या 01025 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-बलिया स्पेशल ट्रेन एक अप्रैल से 29 जून तक हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को लोकमान्य तिलक टर्मिनस से चलाई जा रही है। जिनका रसड़ा, मऊ, औड़िहार, वाराणसी, भुसावल, नासिक रोड होते हुए कल्याण स्टेशनों पर ठहराव किया गया है।

जबकि ट्रेन संख्या 01028 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष ट्रेन 4 अप्रैल से 2 जुलाई तक हर सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार और रविवार को गोरखपुर से चलेगी। ट्रेन संख्या 01027 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर विशेष ट्रेन 2 अप्रैल से 30 जून तक हर मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार और रविवार को लोकमान्य तिलक टर्मिनस से चलाई जा रही है। इस ट्रेन के यात्रा मार्ग में देवरिया सदर, भटनी, बेल्थरा रोड, मऊ, औंड़िहार, वाराणसी, ज्ञानपुर रोड, प्रयागराज जं., इटारसी, हरदा, भुसावल, नासिक रोड और कल्याण स्टेशन पड़ेंगे। जहां पर ट्रेन का ठहराव है।

Continue Reading

TRENDING STORIES

error: Content is protected !!