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बलिया में डॉक्टरों की कमी, आवश्यकता 205 की, काम कर रहे केवल 105 डॉक्टर

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एक तरफ उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम अस्पतालों का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के क्षेत्र में काम कर रहे हैं लेकिन बलिया का स्वास्थ्य महकमा इन दिनों निष्क्रिय नजर आ रहा है। कई अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं, कहीं अन्य सुविधाएं न होने पर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है।

जिसके कारण सदर अस्पताल पर मरीजों का भार बढ़ता जा रहा है। जिले की 32.39 लाख की आबादी पर 17 ब्लॉकों में 18 CHC, 13 PHC और करीब 66 न्यू PHC स्थापित हैं। चिंता की बात यह है कि इन अस्पतालों में करीब 205 चिकित्सकों के पद निर्धारित हैं लेकिन असल में केवल 105 डॉक्टर ही ड्यूटी दे रहे हैं।

कुल मिलाकर 100 और चिकित्सकों की भर्ती होना चाहिए। 105 डॉक्टरों में से भी अस्पताल में समय पर बहुत कम ही चिकित्सक रहते हैं। करीब 20-30 चिकित्सक किसी न किसी कारण से जिले से बाहर ही रहते हैं। ऐसे में अस्पताल में मरीजों का इलाज करने की पूरी जिम्मेदारी 70-75 चिकित्सकों के कंधे पर आ जाती है।

जिसके कारण ग्रामीणों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता और मरीज प्राइवेट क्लीनिकों या सदर अस्पताल की दौड लगाते हैं। सदर अस्पताल में भी रोज 2500 से 3000 मरीज इलाज कराने आते हैं। लेकिन अस्पताल में स्टाफ और मशीनों की कमी होने से करीब 500 से 700 मरीजों को बाहर रेफर किया जाता है।

वहीं CHC के भवन खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। कई जगहों पर CHC की जगह PHC का ही संचालन हो रहा है। इसमें नगरा, बांसडीह, सुखपुरा, जयप्रकाश नगर आदि शामिल हैं। कई PHC भी डॉक्टरों के अभाव में बंद पड़े हुए हैं। इसमें छाता, चांदपुर, नौरंगा, गंगापुर, शिवपुर दियर, केंद्र कर्ण छपरा, ठेकहा, गोपालपुर, श्रीनगर आदि शामिल हैं।

कुछ जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र के अस्पतालों पर डॉक्टरों की तैनाती का प्रयास भी किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।स इस संबंध में CMO डॉ. नीरज पांडे का कहना है कि विभाग में डॉक्टरों की कमी है। इसके लिए शासन को पत्र भेजा जाता है, जो संसाधन मौजूद हैं, उससे बेहतर इलाज देने का प्रयास किया जाता है।

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बलिया पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पिकअप से बरामद की 30 पेटी शराब

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बलिया पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा और अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी के निर्देशन में जिले में लगातार अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एसपी और एएसपी के निर्देशन में अवैध शराब की रोकथाम को लेकर चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को सफलता मिली है।

पुलिस ने सुखपुरा थाना क्षेत्र के हरदिया गांव के समीप से पिकअप पर लदी 30 पेटी अवैध शराब बरामद की है। पकड़ी गई शराब की कीमत लगभग दो लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस का पीछा करते देख ड्राइवर मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। उसके बाद पुलिस ने पिकअप को थाने लाई तथा विधिक कार्रवाई में जुट गई।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार देर रात आबकारी टीम और सुखपुरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध शराब जब्त की है। इस संबंध में थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पिकअप चालक फरार है, जिसकी तलाश में टीम जुटी हुई है। इसके अलावा पुलिस अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है, जिससे पता लगाया जा सके कि आखिर ये शराब कहां ले जाई जा रही थी।

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बलिया के CRPF जवान का इलाज के दौरान निधन, लोगों ने नम आंखों के साथ दी अंतिम विदाई

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बलिया जिले के खेजूरी थाना क्षेत्र के ग्राम भुड़ाडीह निवासी सीआरपीएफ जवान का शव तिरंगे में लिपटा हुआ गृह ग्राम पहुंचा। जवान को तिरंगे में लिपटा देख लोगों की आंखें नम हो गई। सम्मान के साथ जवान के शव को सुपुर्द ए खाक किया गया। इस दौरान परिजनों और रिश्तेदारों के साथ ही आसपास के लोगों ने श्रद्धांजलि दी।

बता दें कि खेजुरी थाना क्षेत्र के गांव भूड़ाडीह निवासी सीआरपीएफ के जवान अख्तर हुसैन खान (58) 1985 में सेना में भर्ती हुए थे। वे वर्तमान में सीआरपीएफ में एसआई के पद पर रांची में तैनात थे। कुछ दिनों पहले ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत खराब हो गई, उन्हें मुंबई के टाटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।

सीआरपीएफ की 95 बटालियन वाराणसी के सहायक कमांडेंट हनुमान सिंह और इंस्पेक्टर दिनेश सिंह यादव के नेतृत्व में जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो घर में चीख-पुकार मच गई। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। यह माहौल देख मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। जवान की अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।

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बलिया: राज्यमंत्री दानिश आजाद को भाजपा ने बनाया स्टार प्रचारक

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लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ गई है। भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य राजनैतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। राजनैतिक दलों की ओर से स्टार प्रचारकों की नियुक्ति कर प्रचार अभियान को तेज किया जा रहा है। इसी कड़ी में भाजपा की ओर से स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी हो गई।

इस सूची में यूपी में प्रचार के लिए पार्टी से जुड़े 40 स्टार प्रचारकों के नाम हैं। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दनिश आजाद अंसारी का भी नाम शामिल है। दानिश आजाद को स्टार प्रचारक बनाए जाने पर उनके समर्थकों ने खुशी जाहिर की है।

दानिश 2 बार भाजपा की सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। उनकी मुस्लिम समाज में अच्छी पकड़ है। मुस्लिम वोटों को भाजपा के पक्ष में करने के लिए दानिश को स्टार प्रचारक बनाया गया है। बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा वह प्रमुख मुस्लिम चेहरे के तौर पर शामिल हैं। दानिश आजाद का कहना है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में विकास को जी गति मिली है वह पिछले 70 सालों में नहीं मिली। सबका साथ और सबका विकास के तर्ज पर समाज के हर वर्ग के लोगों का विकास हो रहा है। मुस्लिम समाज के लोग अब किसे के बहकावे में नहीं आने वाले हैं। उन्हें पता चल गया है कि उनका अच्छा हितैषी कौन है। यह पार्टी की ओर से नई जिम्मेदारी दिए जाने के बाद काफी उत्साहित भी हैं।

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