बलिया डेस्क : बलिया में सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना दो छात्र नेताओं को मंहगा पड़ गया। उन्हें पोस्टर के ज़रिए बीजेपी नेताओं का विरोध करने के मामले में गिरफ़्तार किया गया है। हालाँकि इनको कुछ घंटों के बाद ही जमानत मिल गई ।
दरअसल, पिछले दिनों सतीश चंद्र कालेज के पूर्व अध्यक्ष रोहित चौबे और मनन दुबे ने बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करते हुए शहर में उनकी फोटो के साथ एक पोस्टर लगाया था। इस पोस्टर में उन्होंने बीजेपी नेताओं को लापता बताया था।
छात्र नेताओं का कहना था कि कोरोना संकट के समय जब लोगों को सबसे ज़्यादा अपने प्रतिनिधि की जरूरत है, तब वो उनके बीच नहीं है। छात्र नेताओं ने आरोप लगते हुए कहा था कि संकट के समय में जब सब लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं, तब सत्ताधारी नेताओं की ओर से कोई राहत कार्य नहीं किया जा रहा।
इसी से नाराज़ रोहित और मनन ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करने के लिए उनके लापता होने का शहर में पोस्टर लगाया था। पोस्टर लगाए जाने के बाद से ही इन दोनों के पास पुलिस और एलआईयू का फोन आ रहा था। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं की पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। आखिर में हुआ भी ऐसा ही, पुलिस ने बुधवार की शाम इन दोनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए इन्हें गिरफ़्तार कर लिया।
गौरतलब है की ग्रीन जोन में रह चुके बलिया में भी कोरोना वायरस दस्तक दे चूका है प्रशासन के आकड़ों की मानें तो अब तक 14 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
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