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बारिश की मार से बलिया हलकान, जिला कारागार के सामने पकड़ी जा रही हैं मछलियां

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बारिश की मार से बलिया हलकान, जिला कारागार के सामने पकड़ी जा रही हैं मछलियां

बलिया में दो दिन की बारिश से हलकान मचा हुआ है। शहर से लेकर गांव तक लोगों को बारिश की मार झेलनी पड़ रही है। सड़क से लेकर मोहल्लों तक में जगह-जगह पानी जमा हो गया है। बलिया से होकर गुजरने वाली एनएच-31 के गड्ढों में बारिश का पानी भरा हुआ है। जिसकी वजह से लोगों का आना-जाना दुश्वार हो गया है। जिला कारागार में बारिश का पानी इस कदर लग गया कि लोग मछली पकड़ने लगे।

बलिया के रसड़ा में लगातार बारिश की वजह से शुक्रवार को एक कच्चे घर का दिवार गिर गया। रसड़ा में शांति देवी के घर का दिवार गिर गया। जिसके मलबे में शांति देवी के दो बच्चे दबकर घायल हो गए। शांति देवी की नौ साल की बेटी पूजा और पांच साल का बेटा छोटू इस दुर्घटना में घायल हो गया। हालांकि शांति देवी को कोई चोट नहीं आई है। दोनों बच्चों का जरूरी उपचार कराया गया है। इसके अलावा गड़वार थाना क्षेत्र के रामपुर भोज गांव में शुक्रवार की ही सुबह एक दीवार गिर गई। दीवार गिरने से 30 साल की माधुरी घायल हो गईं। माधुरी को आननफानन में सीएचसी ले जाया गया। जहां प्राथमिक ईलाज के बाद उन्हें बलिया जिला अस्पताल में भेज दिया गया।

बारिश के पानी ने जिला कारागार को भी नहीं बख्शा। जिला कारागारों तक में बरसात का पानी घुस गया। पानी भर जाने के चलते पुलिस के जवानों को कोतवाली में स्थित मंदिर के चबूतरे पर ठहरना पड़ा। पूरा जिला कारागार पानी में तैर रहा था। हवालात तक पानी पहुंच गया था। जिसके बाद जेल में बंद कैदियों को निकालकर कार्यालय में खाली जगहों पर बैठाया गया। इन सब मुसीबतों के बीच एक दिलचस्प नजारा भी देखने को मिला। जिला कारागार के सामने लगे बारिश के पानी में कुछ लोग मछलियां पकड़ते हुए देखे गए।

बलिया के तमसा नदी में अचानक एक बार फिर जलस्तर बढ़ गया है। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से तमसा में बढ़ा पानी बाढ़ के खतरे की ओर इशारा कर रहा है। पानी के दबाव के चलते अतरसुआं कला के पास बने रिंग बंधा के टूटने का खतरा मंडराने लगा है। शुक्रवार को इस बाबत तहसीलदार प्रभात सिंह, नायब तहसीलदार शैलेष कुमार, अजय सिंह और राजस्व निरीक्षक विक्रम सिंह ने इस क्षेत्र के गांवों का मुआयना किया। रिंग बंधा की स्थिति बलिया के एसडीएम को बताई गई है।

बारिश ने बलिया के बिल्थरारोड, बैरिया से बांसडीह तक हर इलाके का हाल बिगाड़ रखा है। हालांकि पूरे जिले में प्रशासन की तैयारी डमाडोल है। बारिश में कच्चे मकान गिर रहे हैं, लोग घायल हो रहे हैं। लेकिन प्रशासन के पास ऐसी दुर्घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए कोई उपाय नहीं है।

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बलिया में पारा 40 के पार, प्रशासन ने हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जारी की गाइडलाइन

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बलिया में इस वक्त सूरज अपना कहर बरपा रहा है। पारा लगातार ऊपर चढ़ रहा है और कई जगह तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। इसकी वजह से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। इसे देखते हुए जिला अस्पताल में विशेष इंतजाम किए गए हैं।

बता दें कि मौसम विभाग ने इस साल भीषण गर्मी पड़ने की आशंका जाहिर की है। मौसम विभाग के मुताबिक़ इस साल अन्य सालों के मुकाबले ज्यादा गर्मी पड़ सकती है। इस बार लू भी पहले के मुकाबले ज्यादा दिन चलेगी। ऐसे में जरूरी है कि हम लू, हीट स्ट्रोक से बचाव पर ध्यान दें। इससे बचाव के लिए प्रशासन ने सुझाव साझा किया है। प्रशासन ने स्लोगन दिया है ‘बच्चे तो गर्मी में खेलेंगे जनाब, पर तेज धूप लू ना करें उनका मजा खराब’।

प्रशासन ने हीट स्ट्रोक और लू से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है। प्रशासन ने गर्मी के लक्षण बताए हैं, इसमें बेहोशी, मांसपेशियों में जकड़न, दौरा पड़ना, चिड़चिड़ापन, सर दर्द, अधिक पसीना आना, कमजोरी चक्कर आना, बड़बड़ाना,सांस और दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, नींद से जागने में कठिनाई, शरीर का तापमान 105 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक होना शामिल है। प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गर्मी के कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।

प्रशासन ने अपील की है कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ दें, शरीर को ढक कर रखें, धूप में खेलने से बचें, बच्चों को में गाड़ी लॉक ना करें। हीटस्ट्रोक के लक्षण प्रतीत होने पर बच्चे को तुरंत अंदर या छांव में लाये, नल के पानी से शरीर को पोछें या छिड़काव करें, बच्चों के कपड़े जहां तक हो सके ढीला कर दें, यदि बच्चा होश में है तो उसे तुरंत शीतल जल पिलायें,अगर बच्चे को उल्टियां हो तो उसे करवट के बल लिटाएं। पंखे के इस्तेमाल से हवा का प्रवाह तेज करें बेहोशी की हालत में बच्चे को कुछ ना दें।

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बलिया निवासी रिटायर्ड जवान ने बीटेक छात्र को मारी गोली, हुई मौत, हत्या के आरोपी पिता ,पुत्री गिरफ्तार

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गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में दिल दहला देने वाला घटनाक्रम सामने आया है। यहां बलिया निवासी एक रिटायर्ड जवान ने बलिया के रहने वाला बीटेक के छात्र विपुल की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि मृतक छात्र आरोपी की बेटी का बॉयफ्रेंड था। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, मामला गाजियाबाद जिले के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके का है। यहां एक इंजीनियरिंग छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी और मृतक छात्र के बीच शनिवार रात को बहस हुई थी, जिसके बाद उसने बीटेक छात्र की हत्या कर दी।

इस मामले में पुलिस उपायुक्त विवेक चंद्र यादव ने कहा, बलिया निवासी 25 वर्षीय बीटेक छात्र विपुल की एक रिटायर्ड सुरक्षाकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी राजेश कुमार सिंह भी बलिया के निवासी हैं और बीएसएफ से रिटायर्ड है, जो एक निजी सुरक्षा फर्म में कार्यरत है।

अधिकारी ने कहा, ‘विपुल कथित तौर पर आरोपी की बेटी के साथ रिश्ते में था। आरोपी रात में फ्लैट पर पहुंचा। विपुल के साथ उसकी बहस हुई, जिसके बाद उसने विपुल को पांच गोलियां मार दीं।’ पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं हत्या करने के मामले में पुलिस ने दीप्ति व उसके पिता राजेश को गिरफ्तार कर लिया।

 

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बलिया में पराली जलाने की घटनाओं को लेकर प्रशासन सख्त, वसूला जाएगा जुर्माना

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बलिया में आए दिन आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है। इन घटनाओं में आर्थिक नुकसान के साथ साथ संसाधनों की क्षति हो रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने किसानों को पराली न जलाने की चेतावनी दी है। उन्होंने किसानों को बताया कि पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम हेतु पराली, फसल अपशिष्टों को जलाना एक दण्डनीय अपराध है। राजस्व विभाग द्वारा पर्यावरण को हो रहे क्षतिपूर्ति की वसूली के निर्देश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारीयों को पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने बताया है कि दो एकड़ से कम क्षेत्र के लिए 2500 रुपए, दो से पांच एकड़ क्षेत्र के लिए 5 हजार रुपए तथा पांच एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए 15 हजार रुपए तक पर्यावरण कम्पन्सेशन की वसूली के निर्देश दिया गया है।

पराली जलाने की घटना पर सम्बन्धित को दण्डित करने के सम्बन्ध में राजस्व विभाग द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम की धारा-24 के अन्तर्गत क्षतिपूर्ति की वसूली एवं धारा-26 के अन्तर्गत उल्लंघन की पुनरावृत्ति होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध अर्थदण्ड इत्यादि की कार्रवाई के प्रावधान किया गया है।

 

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