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बलिया स्पेशल

बलिया- दवा खरीद घोटाले में बड़े-बड़े पर लटकी तलवार, MLA की चिट्ठी से हड़कंप!

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बलिया में लाखों रुपये के दवा घोटाले के मामले में चीफ फार्मासिस्ट अरुण कुमार सिंह के सस्पेंड के बाद से अबतक स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग में हुए दवा खरीद घोटाले में कईयों की गर्दन फंसती दिख रही है। करोड़ों रुपये के गबन का यह ‘खेल’ अधिकारियों के संरक्षण में हुआ है। नियमों को ताक पर रखकर केन्द्रीय औषधि भंडार में तैनाती तथा दवाओं की खरीद की गयी है।

अब जबकि यह गड़बड़ी परत-दर-परत सामने आ रही है लिहाजा कई लोगों की सांस अटकी हुई है।नगर विधायक आनन्द स्वरुप शुक्ल ने जिलाधिकारी को केन्द्रीय औषधि भंडार में फर्जी दवा व उपकरण खरीद के नाम पर सरकारी धनराशि के गबन की जांच करने की मांग की है। विधायक ने डीएम को पत्र भेंजकर बताया है कि केन्द्रीय औषधि भंडार में चीफ फार्मासिस्ट का एक ही पद स्वीकृत है जिस पर रामकठिन राम एक जनवरी 2012 से कार्यरत है।

यह एक ही जगह पर लगातार छह साल तथा जिले में 28 वर्ष से तैनाती शासन की वार्षिक स्थानान्तरण नीति व पटल परिवर्तन के शासकीय मंशा के विपरित है। उनका कहना है कि बगैर स्वीकृत पद के फार्मासिस्ट सत्यप्रकाश सिंह केन्द्रीय औषधि भंडार में वर्ष 1991 से 2008 तक करीब 17 साल तथा पुन: 11 मई 2012 से अब तक कुल 23 वर्षो से शासन के नितियों के विपरीत सम्बद्ध होकर अवैध रुप से स्टोर में कार्यरत है तथा सीएमएसडी का अवैध रुप से सम्पूर्ण प्रभार सम्पादित करते रहे है।

नगर विधायक ने कहा है कि साल 2003-04 से 2005-06 के मध्य तीन वर्षो में नियमों के प्रतिकूल नान आरसी औषधियों की खरीदारी पर एक करोड़ 23 लाख, 71 हजार 329 रुपये का दुरुपयोग किया गया है। दवाओं की खरीद बिना दर अनुबंध के हुई है। उन्होंने पत्र के माध्यम से डीएम को बताया है कि साल 2013-14 में सर्जिकल आईटम की खरीदारी में एक करोड़ आठ लाख 23 हजार रुपये की गबड़बड़ी की है जिसका रिकवरी करने का आदेश भी जारी किया गया है।उन्होंने लिखा है कि मेसर्स जुगनू फार्मा मऊ सीएमएसडी में तैनात फार्मासिस्ट सत्यप्रकाश के पुत्र जुगनू सिंह की मेडिकल स्टोर है।

इस फर्म के खाते में साल 2012 से वर्ष 2015 के बीच फर्जी तरीके से एक से डेढ़ करोड़ रुपया प्रतिवर्ष फर्जी उपकरण का बिल लगाकर अपने के खाते में सरकारी धन का ट्रांसफर कराकर गबन किया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य इकाईयों से भी फार्मासिस्ट सत्यप्रकाश सिंह ने अपने पुत्र के फर्म के खाते में लगभग एक करोड़ की धनराशि इस वर्ष भी ट्रांसफर कर लिया है।

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बलिया स्पेशल

बलिया के इन 4 ब्लाक में होगा सोशल ऑडिट, डीएम ने कार्यक्रम जारी किया

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बलिया। बलिया डीएम रवींद्र कुमार ने जिले के चार विकास खण्ड बांसडीह, बैरिया, दुबहड़ एवं गड़वार का सोशल ऑडिट कार्यक्रम जारी किया गया है। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया है कि 22 मई से 20 जुलाई तक जिले के चार विकास खण्ड बांसडीह, बैरिया, दुबहड़ एवं गड़वार का सोशल ऑडिट कार्यक्रम जारी किया गया है। जनपद के जिस विकास खंड का चयन किया गया है उस विकास खंड की सभी ग्राम पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा तथा प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के अंतर्गत कराए गए कार्यों का शत-प्रतिशत सोशल ऑडिट कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी के मनरेगा के सोशल ऑडिट की एमआईएस से सूचना वेबसाइट से अपलोड करने की सुविधा दी गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की लाभार्थी सूची संबंधित परियोजना निदेशक से प्राप्त कर जिला विकास अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतवार टीमों उपलब्ध कराया जाएगा। सोशल ऑडिट को फैसिलिटेट करने के लिए प्रत्येक टीम के साथ जनपद में उपलब्ध एक-एक ब्लॉक सोशल ऑडिट कोऑर्डिनेटर/ब्लॉक संसाधन व्यक्ति को नामित किया गया है जो लगातार टीम के साथ बने रहेंगे।

एक्शन प्वाइंट्स का होगा निर्धारण
सोशल ऑडिट ब्लॉक सभा में सोशल ऑडिट के दौरान प्रकाश में आई कमियों और वित्तीय अनियमितताओं पर चर्चा की जाएगी और जिन कमियों, अनियमितताओं का निस्तारण ब्लॉक सभा में नहीं होगा, उन पर एक्शन प्वाइंट्स का निर्धारण किया जाएगा। निस्तारित किए गए प्रकरणों की एक्शन टेकेन रिपोर्ट भी तैयार करके संबंधित पीओ द्वारा नरेगा सॉफ्ट पर फीड किया जाएगा। निर्धारित एक्शन प्वाइंट्स और सोशल ऑडिट के निष्कर्षों को जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, संबंधित ग्राम पंचायत एवं निदेशालय को आवश्यक कार्रवाई करने हेतु प्रेषित किया जाएगा।

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बलिया

हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल हैं उर्स – क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम

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बलिया के नगरा थाना क्षेत्र के अजगैब पीर औलिया ज़मीन पड़सरा के सालाना उर्स मेला बड़े कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। दरगाह में बड़े कुल की रस्म पर अकीदतमंदों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई तो वहीं जायरीनों ने दरगाह में हाजिरी लगाकर अपने और अपने परिवार की सलामती और खुशहाली की दुआ मांगी।

इस दौरान दरगाह में मुल्क में अमन-चैन, भाईचारे और मोहब्बत के लिए भी दुआएं मांगी गई। उर्स में मुख्य अतिथि के रूप के रसड़ा के क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम कुरैशी ने फीता काटकर शुरुआत की। वही भीड़ को नियंत्रित करने और उर्स को सकुशल बनाने के लिए थानाध्यक्ष नगरा अतुल मिश्रा, प्रभारी भीमपुरा अजय कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक पकड़ी शत्रुघ्न कुमार एवं उभाव पुलिस अपने दल बल के साथ मौजूद रहे।

उर्स में पुरुष के साथ महिलाएं, बच्चे, युवतियां ने शिरकत करने के बाद गृहस्थी, साजसज्जा, खानपान, सौंदर्य प्रसाधन जैसे सामानों की खरीदारी की। बच्चों का हुजूम खेल-खिलौने की दुकानों से लेकर मनोरंजन के संसाधनों तक विशेष रुप से रहा। उर्स को संपन्न कराने में मो. रब्बानी, नजरुल्लाह फारूक पप्पू राजेन्द्र प्रसाद गुड्डू आरिफ सोनू सुधीर यादव, नबीउल्लाह जमील अहमद मसरूर अहमद, संतोष श्रीवास्तव, रविन्द्र यादव का सहयोग सराहनीय रहा।

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बलिया नाव दुर्घटना पर डीएम ने की कार्यवाही, अनरजिस्टर्ड नावों के चलने पर लगाया बैन !

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 बलिया। जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने उत्तर प्रदेश नाव सुरक्षा एवं नाविक कल्याण नीति-2020 के अंतर्गत जिला स्तर पर नाव दुर्घटना को रोकने के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं जिलाधिकारी ने एक आदेश में कहा है कि जनपद में रजिस्टर्ड नामों के अतिरिक्त किसी भी अनरजिस्टर्ड नावों को चलाने हेतु बैन लगाया जाता है।

रजिस्टर्ड नाव की सुरक्षा जांच कराकर प्रत्येक नाव पर अधिकतम भार क्षमता यात्रियों की संख्या नाविक का नाम, नाव मालिक का नाम एवं नाव की अंतिम जांच तिथि का विवरण पीले रंग से साफ-साफ पढ़ने योग्य साइज में लिखा जाएगा। नामों की अधिकतम भार क्षमता का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए एवं पानी के अंदर नाव के अधिकतम भाग को पीले रंग से इंगित किया जाए। लाइफ जैकेट एवं अन्य आवश्यक उपकरणों की नाव पर उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।

सभी नाविक लाइफ जैकेट पहनकर ही नाव में बैठे। नाव चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने तथा नाव पर सेल्फी आदि लेने को प्रतिबंधित किया जाए। नाव पर सुरक्षा के दृष्टिगत लाइफ बाय एवं लाइफ जैकेट भी पर्याप्त मात्रा में रखा जाए । साथ ही तैरने वाले उपकरण भी नाव में उपलब्ध रहें। किसी भी स्थिति में क्षमता से अधिक यात्री नाव में न बैठाया जाए। खराब मौसम अथवा तेज हवा में नाव का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। नदी के किनारे किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने से पूर्व संबंधित थाने को सूचना दिया जाना अनिवार्य होगा।

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