रसड़ा
बसपा से निकाले गए नेता दूसरी पार्टियों के बन रहे गुलदस्ता: विधायक उमाशंकर सिंह

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी संख्या में नेताओं के दल बदलने की तस्वीरें सामने आ रही हैं। कभी उत्तर प्रदेश की सत्ता में बैठने वाली बहुजन समाज पार्टी के नेता भी दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानमंडल में बसपा के नेता और बलिया जिले के रसड़ा से विधायक उमाशंकर सिंह ने बसपा से दूसरी पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं को लेकर कहा है कि पार्टी के खराब छवि वाले लोग दूसरे गुलदस्तों को सजा रहे हैं।
उमाशंकर सिंह ने सोमवार को कहा कि “बहुजन समाज पार्टी में कोई उथल-पुथल नहीं मची है। हमारे यहां जिसके आचरण में गलती पाई जाती है या जो लोग अराजकता में संलिप्त होते हैं उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती निकाल देती हैं। वो लोग महीनों सिफारिश करते रहते हैं। लेकिन बसपा एक अनुशासित पार्टी है। ऐसे लोगों को पार्टी वापस नहीं लेती है।”
बसपा से निकाले गए लोगों के भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर उमाशंकर सिंह ने कहा कि “हमारी पार्टी से निकाले गए नेता दूसरे दलों के गुलदस्ता सजा रहे हैं। रद्दी को बाहर निकाला जाता है। कचरा साफ किया जाता है। ये लोग रद्दी लेकर गए और ताली बजा दिए। तो मुबारक हो इन पार्टियों को।”


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रसड़ा में न्यायिक मुंसिफ कोर्ट की शुरुआत, विधायक उमाशंकर सिंह ने बताया ऐतिहासिक

बलिया। रसड़ा में आज से न्यायिक मुंसिफ कोर्ट की शुरुआत हो गई है। प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में धम्म कुमार सिद्धार्थ ने रसड़ा तहसील प्रांगण में न्यायिक प्रक्रिया का शुभारंभ किया। बड़े लंबे समय से रसड़ा में मुंसिफ़ कोर्ट की मांग चल रही थी जो आज लंबे समय बाद पूरी हुई।
विधायक उमाशंकर सिंह ने बताया ऐतिहासिक दिन– रसड़ा में न्यायिक मुंसिफ कोर्ट शुरू होने पे विधायक उमाशंकर सिंह ने इस दिन को ऐतिहासिक दिन बताया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन रसड़ा के इतिहास में एक नये स्वर्णिम अध्याय को जोड़ने वाला दिन रहा। कई दशकों से रसड़ा की सम्मानित जनता की मुंसिफ न्यायिक कोर्ट की स्थापना की मांग पूरी हुई।
विधायक ने कहा कि जनता की सुविधा के लिए काफी कठिन प्रयासों के बाद यह सपना साकार हुआ। आज से रसड़ा में न्यायिक मुंसिफ कोर्ट की शुरुआत हुई, प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में धम्म कुमार सिद्धार्थ ने रसड़ा तहसील प्रांगण में न्यायिक प्रक्रिया का शुभारंभ किया। जिसके लिए उन्होंने धम्म कुमार को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि जब तक मुंसिफ कोर्ट भवन का निर्माण पूरा नहीं हो जाता तब तक तहसील परिसर में ही न्यायिक प्रक्रिया जारी रहेगी।
वहीं रसड़ा में मुंसिफ कोर्ट की शुरुआत होने से अब यहां के लोगों को 50 किलोमीटर की यात्रा कर बलिया नहीं जाना पड़ेगा, अब रसड़ा में ही उनके न्याय पाने की आस पूरी होगी। विधायक उमाशंकर सिंह ने मुंसिफ कोर्ट की शुरुआत को लेकर जनता-जनार्दन को बधाई और शुभकामनाएं दी।
बलिया
बलिया- 30 पेटी शराब के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार, शराब बेचने जा रहे थे बिहार

बलिया। रसड़ा कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी गढ़िया रेलवे क्रासिंग के पास कार से 30 पेटी यानि करीब 270 लीटर अवैध देशी शराब लेकर जा रहे थे। उनके पास से दो तमंचा और दो कारतूस भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर संबंधित धारा में जेल भेज दिया है।
सीओ प्रशिक्षु/प्रभारी निरीक्षक उस्मान ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि फर्जी नंबर प्लेट लगे सफेद कार में अवैध देशी शराब पकवाइनार के रास्ते बिहार ले जा रहे हैं, जिसके बाद कोतवाली के उप निरीक्षक राजकपूर सिंह, उप निरीक्षक सुशील कुमार और एसओजी टीम प्रभारी अजय यादव ने पुलिस टीम के साथ गढ़िया रेलवे क्रासिंग के पास बैरिकेडिंग कर कार को घेरकर पकड़ लिया। गाड़ी में चालक समेत बैठे दो व्यक्तियों से उनका नाम पता के बारे में पूछताछ की गई।
तलाशी लेने पर उन दोनों के पास से एक-एक तमंचा और कारतूस के साथ ही 180 रुपए नकदी भी बरामद हुई। पुलिस के अनुसार गाड़ी चेक करने पर उसमें रखे 30 पेटी देशी शराब भी बरामद किया गया। पकड़े गए दोनों शराब तस्करों में स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के धनईपुर गांव निवासी कार चालक जितेंद्र यादव और जवाहरलाल यादव ने पूछताछ के में पुलिस को बताया कि वह शराब को बिहार में बेचने के लिए ले जा रहे थे।
गाड़ी में मिली फर्जी नंबर प्लेट- पुलिस ने बताया कि गाड़ी को ई-चालान एफ के माध्यम से चेक किया गया तो उसका नम्बर स्कार्पियो का बता रहा था। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि कूटरचना करके फर्जी नंबर लगाया है। पुलिस ने वाहन को 207 एमवी एक्ट में सीज कर दिया। तस्करों को पकड़ने वाले पुलिस टीम में उप निरीक्षकों के साथ हेड कांस्टेबल एसओजी वेद प्रकाश दूबे, आलोक सिंह, कांस्टेबल आशीष यादव, प्रवेश कुमार, राकेश यादव, रोहित यादव, विनोद रघुवंशी, विकास सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, दिनेश यादव रहे।
बलिया
बलिया- स्वास्थ्यकर्मियों की कमी से जूझ रहा सीएचसी रसड़ा, मरीजों का हाल बेहाल !

बलिया में सीएचसी रसड़ा की हालत बद से बदतर होती जा रही हैं। जहां चिकित्सा पूरी तरह से व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की स्थानांतरण नीति की वजह से चिकित्सकों और फार्मासिस्टों की कमी है। ऐसे में मरीजों को इलाज कराने में कठिनाई हो रही है। और विभाग कागजी खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं कर रहा है।
सीएचसी रसड़ा में 5 डाक्टर तैनात हैं। उनके नियमित नहीं आने और मात्र दो फार्मासिस्टों को 36-36 घंटे तक ड्यूटी करने से उनकी कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर दवा होने के बावजूद चिकित्सकों द्वारा केंद्र की जेनरिक दवाएं नहीं लिखी जा रही है। मांग के बावजूद यहां बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई। जनप्रतिनिधि भी नासूर होती जा रही सीएचसी की दुर्व्यवस्थाओं को ठीक कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने से लोगों में आक्रोश है। इधर अधीक्षक डा. बीपी यादव ने कहा कि सीएचसी की समस्याओं से सीएमओ को अवगत कराया गया है। जल्द ही व्यवस्था में सुधार दिखाई पड़ेगा।
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